कल्याण (सुशील सिंह):
रेलवे पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने चलती ट्रेन से 7 लाख रुपये के आभूषण चुराए थे। आरोपी का नाम योगेश चव्हाण है, और उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पता चला कि वह ‘जंगली रमी’ नामक ऑनलाइन गेम का शौकीन है। इस खेल के चलते वह कर्ज में डूब गया था, और अपनी लत को पूरा करने के लिए उसने चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
घटना की शुरुआत तब हुई जब राहुल नामक व्यक्ति सिद्धेश्वर एक्सप्रेस में सोलापुर से कल्याण की यात्रा कर रहा था। उसने अपनी सीट पर आभूषणों से भरी एक बैग रखी थी। यात्रा के दौरान उसे नींद आ गई, और जब वह पुणे स्टेशन के पास जागा, तो उसकी बैग गायब थी। राहुल ने तुरंत कल्याण रेलवे पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की और पुणे रेलवे स्टेशन पर एक युवक को संदिग्ध पाया। उसकी पहचान योगेश चव्हाण के रूप में हुई। रेलवे क्राइम ब्रांच ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे पुणे से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में योगेश ने चोरी की बात स्वीकार की और पुलिस ने उसके पास से सभी चुराए गए आभूषण बरामद कर लिए।
पुलिस के अनुसार, योगेश चव्हाण की जंगली रमी खेलने की लत ने उसे इस अपराध की ओर धकेल दिया। वह इस खेल में लगातार हारने के कारण कर्ज में डूब गया था और अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए उसने चोरी का सहारा लिया।
इस मामले में रेलवे क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय खेडकर ने बताया कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए वे सतर्कता बरत रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम लोगों से अपील करते हैं कि वे अपनी संपत्ति की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें और यात्रा के दौरान अपने सामान का ध्यान रखें।”
योगेश चव्हाण की गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया है कि ऑनलाइन गेमिंग की लत कभी-कभी गंभीर अपराधों की ओर ले जा सकती है। रेलवे क्राइम ब्रांच अब इस मामले की आगे की जांच कर रही है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।













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